( चित्रकार- शिवा बसन)
नानी आयी नानी आयी
मीठी मीठी लोरी लायी।
नानी तेल लगाएगी
सपने बड़े दिखाएगी
चांद पर पहुंचाएगी
फुसला-फुसला खिलाएगी
'पतला-दुबला क्यों है बाबू'
मां को डांट लगाएगी।
नानी आयी नानी आयी
सोने की कटोरी लायी।
जब नानी पिटारी खोलेगी
ढेरों कहानी सुनाएगी
कहानी में एक रानी होगी
उसकी प्रेम कहानी होगी
किसम-किसम की आंधी होगी
सुखद अंत कहानी होगी।
नानी आयी नानी आयी
परियों की कहानी लायी।
जब नानी घर को जाएगी
मुझको बहुत रुलाएगी
चूमेगी ... पुचकारेगी
ढेरों मां को नसीहत देगी
'फिर आऊंगी, तुम भी आना'
आंसू बहाती जाएगी।
नानी आयी नानी आयी
ढेर सारी खुशियां लायी।
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